भरोसा।


 क्षमा केवल ग़लती का मरहम हो सकता है विश्वास तोड़ने का नहीं इसलिये जीवन में ध्यान रहे कि हम कोई ग़लती भले ही करें पर किसी का विश्वास ना तोड़ें।क्योंकि माफ़ करना फिर भी सरल है पर भूलना व पुनः विश्वास करना असंभव है।

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